भगवंत मान ! From comedian to AAP CM face
संघर्ष से बदली किस्मत!
एक कॉलेज ड्रॉपआउट, वह भारत के सबसे लोकप्रिय स्टैंडअप कॉमेडियन में से एक निकला, और फिर पंजाब में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के ग़द्दावर नेता बन गए।
Will the real Bhagwant Mann stand up?
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रियलिटी शो ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज में देशभर में पहचान पाने के बाद वे 2011 में मनप्रीत सिंह बादल की पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब में आकर सक्रिय राजनीति में आए थे। वे 2012 में लेहरागागा से असेंबली सीट नहीं जीत पाए, लेकिन जब मार्च 2014 में आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2014 से वे लोकसभा सदस्य हैं।
भगवंत सिंह मान (जन्म 17 अक्टूबर 1973) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पंजाब से सांसद हैं। वह एक पूर्व अभिनेता और व्यंग्यकार हैं।
मई 2014 से, वह संगरूर निर्वाचन क्षेत्र, पंजाब के लिए संसद सदस्य, लोकसभा हैं। 18 जनवरी 2022 को उन्हें सार्वजनिक मतदान के आधार पर 2022 पंजाब विधान सभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी से पंजाब के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।
''48 वर्षीय संगरूर के सांसद भगवंत मान से, और अब आम आदमी पार्टी (आप) के सीएम उम्मीदवार"
एक फोन लाइन सर्वेक्षण में 93 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं ने उन्हें वोट दिया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा नामित किया गया था।
व्यक्तिगत जीवन
पूरा नाम - भगवंत मान
निक नेम- - जुगनू
जन्म तिथि - 17 अक्टूबर 1973
जन्म स्थान - सतौज, संगरूर, पंजाब
पार्टी का नाम - आम आदमी पार्टी
शिक्षा - 12वीं पास , स्नातक
शहीद उधम सिंह सरकारी कॉलेज
व्यवसाय - राजनीतिक और सामाजिक
कार्यकर्ताअभिनेता, हास्य अभिनेता
पिता का नाम। - श्री मोहिंदर सिंह
माता का नाम - श्रीमती हरपाल कौर
जीवनसाथी का नाम - श्रीमती इंद्रप्रीत कौर
तलाक - 2015
बच्चे - 2 (1 पुत्र ;1 पुत्री)
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राजनीति में आने की वजह से बहुत कुछ खोना पड़ा।
भगवंत मान का उनकी पत्नी से 2015 में ही तलाक हो गया यहां तक कि उनके बच्चे भी अब उनसे बात नहीं करते।
एक इंटरव्यू में खुद भगवंत मान ने बताया,
'मेरी अब मेरे बच्चों से फोन पर भी बात नहीं होती. शायद मैं अपने परिवार को वक्त नहीं दे पाता था इस वजह से मुझे अपनी पत्नी से दूर होना पड़ा। हमने आपसी सहमति से ही तलाक लिया था।'
संपर्क
स्थायी पता एच. नंबर 159, फेज-3बी-I, पार्ट-2, मोहाली-160059, पंजाब09463129531 (एम)
वर्तमान पता 144, साउथ एवेन्यू, नई दिल्ली-11001109013869797 (एम .)
मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को भारत के पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गाँव में पिता मोहिंदर सिंह और माँ हरपाल कौर के यहाँ एक जाट सिख परिवार में हुआ था। उन्होंने शहीद उधम सिंह सरकारी कॉलेज, सुनाम से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
कौन हैं भगवंत मान जिनको राजनीति के चलते पत्नी ने छोड़ा, खाई थी शराब न पीने की कसम!
राजनीति में आने की वजह से उनका अपनी पत्नी से विवाद हो गया जिसके चलते 2015 में तलाक लेना पड़ा।
2007 से 2015 के बीच जीवन के उतार चढ़ाव में वो शराब के आदी बन गए।
जिसके लिए उनका काफी मजाक बनाया गया। एक बार सिक्ख सम्मेलन में शराब पी कर पहुंच गये ।
जिसके बाद भगवंत मान से कसम खाई और सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। जिसके बाद उन्होंने शराब छोड़ दी।
संगरूर से लगातार दूसरी बार बने सांसद
भगवंत मान को पिछले साल आम आदमी पार्टी ने पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था।
वे देश भर में पार्टी के इकलौते लोकसभा सांसद हैं।
भगवंत मान 2014 में भी लोकसभा का चुनाव जीते थे।
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विवाद और 'आप' के भगवंत मान , चोली दामन का साथ
1) सबसे ताजा मामला हुआ मीडियाकर्मियों से उलझने का, 24 दिसंबर 2021 को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सांसद भगवंत मान मीडियाकर्मियों से ही उलझ गए। पार्टी के मोहाली स्थित प्रदेश कार्यालय में बैठक थी। इसके बाद वह पत्रकारों से बात कर रहे थे। उनसे पूछा गया कि शिरोमणि अकाली दल विभिन्न मुद्दों पर धरने दे रहा है, आम आदमी पार्टी क्या कर रही है। इस सवाल पर मान अचानक आपा खो बैठे।
उन्होंने सुखबीर बादल के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे और खड़े होकर पत्रकार से तू-तड़ाक करने लगे।
उन्होंने कहा कि क्या सारे सवाल पूछने का ठेका तुमने ही ले रखा है। यह सुनकर पत्रकार भी भड़क गए और मान के रवैये का विरोध करने लगे। आप नेताओं ने भी मान को शांत करने की कोशिश की। उसके बाद मान वहां से चले गए।
2) जुलाई 2016 में ही भगवंत मान ने एक रैली के दौरान विवादित बयान देकर सभी को चौंका दिया था। सांसद ने कहा था कि हर सांसद का रोजाना डोप टेस्ट होना चाहिए। इससे जो लोग उनको बिना वजह बदनाम करते हैं, उनकी सारी सच्चाई जनता के सामने आ जाएगी। वे सांसद हरिंदर सिंह खालसा के आरोपों पर टिप्पणी कर रहे थे, जब उन्होंने यह बयान दिया।
3)जुलाई 2014 में ही दिल्ली के बजट पर चर्चा के दौरान मान ने भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
सांसद ने लालू यादव के परिवार को भी बीच में लपेट लिया था। उन्होंने कहा कि दिल्ली में विकास की बात करने वाली कांग्रेस के विधायकों से ज्यादा तो लालू यादव के बच्चे हैं।
भगवंत मान के इस बयान से लोकसभा में काफी हंगामा हुआ। इतना ही नहीं, 'आप' सांसद ने भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी को लेकर भी विवादित टिप्पणी की।
4)जुलाई 2014 में भगवंत मान पर घमंडी होने और सुनाम को नजरअंदाज करने के आरोप लगे। इसके पर भगवंत मान के बयान से वर्कर तिलमिला उठे। भगवंत मान ने बयान दिया है कि बगावत का झंडा बुलंद करने वाले लोगों ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया था।
मान के इस बयान से पार्टी वर्करों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया। वर्करों ने कहा कि भगवंत मान इन आरोपों को साबित करें या फिर सामूहिक तौर पर माफी मांगें।
5)अक्तूबर 2015 में भगवंत मान पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप की बेअदबी मामले में आयोजित शहीदी समारोह में शराब पीकर पहुंच गए थे। सांसद भगवंत मान से शराब की बदबू आने की जानकारी तुरंत ही शहीदी दिवस के आयोजकों को दी गई। इसके बाद हंगामा मच गया।
सिख जत्थेबंदियों के कार्यकर्ताओं ने मान को स्टेज से उतार दिया और बाद में उन्हें समारोह स्थल से ही बाहर जाने को मजूबर कर दिया गया।
6)जुलाई 2015 में विवाद का कारण बना है भगवंत मान और पटियाला के सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी के बीच की बातचीत का ऑडियो। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह चार मिनट का ऑडियो दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप को मिली जीत के बाद का था। ऑडियो में भगवंत मान डॉ. गांधी को पार्टी के पंजाब में बन रहे ताजा हालात से रूबरू करवा रहे हैं और पार्टी को मिली जीत को सेलिब्रिटी स्टेटस के साथ जोड़ रहे
7)जुलाई 2016 में भगवंत मान ने संसद भवन में प्रवेश करते समय विभिन्न सुरक्षा घेरों को पार करने का वीडियो बनाकर उसे सोशल साइट पर अपलोड कर दिया था। वीडियो में सांसद मान ने कमेंट्री भी खुद ही की। विभिन्न पार्टियों के सांसदों ने उनकी इस हरकत की आलोचना करते हुए इसे सुरक्षा से खिलवाड़ बताया
मामले में उनके खिलाफ शिकायत की गई और उन्हें फैसला होने तक संसद से दूर रहने को कहा गया।
8)नवंबर 2016 में पंजाब भाजपा ने आप सांसद भगवंत मान का एक पुराना वीडियो जारी किया है, जिसमें मान सिख पंथ के अरदास के साथ पढ़े जाने वाले छंद ‘राज करेगा खालसा’ का अपमान करते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, यह वीडियो काफी पुराना है और वीडियो में वे पंजाब के एक प्रसिद्ध गायक का मजाक उड़ाने के लहजे से उक्त छंद को तोड़-मरोड़ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर भी हंगामा हुआ था।
9)शराब के साथ उनकी कथित समस्या 2017 के पंजाब चुनावों से पहले एक बड़ा विवाद बन गई।
इस विवाद को संभालने के लिए पार्टी ने 2019 में बरनाला में एक रैली की, जहां उन्होंने फिर से शराब नहीं छूने की कसम खाई।
राजनीतिक पदार्पण
2014
उन्होंने मार्च 2014 में पंजाब की पीपुल्स पार्टी छोड़ दी और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
2014
उन्होंने भारतीय आम चुनाव 2014 में संगरूर लोकसभा क्षेत्र से इसके उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा।
2012
उन्होंने 2012 के पंजाब विधानसभा चुनाव में लेहरगागा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
2011
वह पंजाब के पीपुल्स के सदस्य बने।
11 दिसंबर, 2014
सदस्य, लाभ के कार्यालयों पर संयुक्त समिति और सदस्य, परामर्शदात्री समिति, नागरिक उड्डयन मंत्रालय।
1 सितंबर, 2014
सदस्य, कार्मिक, लोक शिकायत, कानून और न्याय पर स्थायी समिति और सदस्य, सलाहकार समिति, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंचायती राज और पेयजल और स्वच्छता।
व्यवसायिक जीवन
1994
उन्होंने फिल्म कचेहरी से डेब्यू किया था। उन्होंने 2018 तक 12 से ज्यादा फिल्में कीं।
1992
भगवंत मान क्रिएटिव म्यूजिक कंपनी से जुड़े और शो करने लगे। वह 2013 तक डिस्कोग्राफी के क्षेत्र में सक्रिय रहे।
उपलब्धियों
1) उन्होंने पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला से शहीद उधम सिंह गवर्नमेंट कॉलेज, सुनाम के लिए दो स्वर्ण पदक जीते।
2)मान पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में भूजल के प्रदूषण के परिणामस्वरूप शारीरिक विकृतियों वाले बच्चों की मदद करने के लिए सफलतापूर्वक एक गैर सरकारी संगठन "लोक लहर फाउंडेशन" चला रहा है।
कुल संपत्ति - ₹4.31 करोड़
( चुनाव आयोग प्रपत्र विवरण से)
कॉमेडी करियर
मान ने यूथ कॉमेडी फेस्टिवल और इंटर कॉलेज प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
उन्होंने शहीद उधम सिंह गवर्नमेंट कॉलेज, सुनाम के लिए पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला में एक प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीते।
मान ने विशिष्ट भारतीय मुद्दों जैसे कि राजनीति, व्यापार और खेल के बारे में कॉमेडी रूटीन विकसित किया।
उनका पहला कॉमेडी एल्बम जगतार जग्गी के साथ था। साथ में, उन्होंने अल्फा ईटीसी पंजाबी के लिए जुगनू कहता है नामक एक टेलीविजन कार्यक्रम बनाया।
दस साल बाद, वे अलग हो गए। इसके बाद मान ने राणा रणबीर के साथ एक कॉमेडी पार्टनरशिप की। साथ में, उन्होंने अल्फा ईटीसी पंजाबी के लिए टेलीविजन कार्यक्रम, जुगनू मस्त मस्त बनाया।
2006 में, मान और जग्गी फिर से मिले और अपने शो, नो लाइफ विद वाइफ के साथ कनाडा और इंग्लैंड का दौरा किया।
2008 में, मान ने स्टार प्लस पर ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में भाग लिया, जिससे उनके दर्शकों की संख्या में वृद्धि हुई।[
भगवंत मान ने बलवंत दुल्लत द्वारा निर्देशित राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म "मैं माँ पंजाब दी" में भी अभिनय किया।
मान ने एमएच वन पर जुगनू हाजीर है में अभिनय किया।
राजनीति यात्रा
2011 की शुरुआत में, मान पंजाब की पीपुल्स पार्टी में शामिल हो गए।
2012 में, उन्होंने लेहरा निर्वाचन क्षेत्र में असफल चुनाव लड़ा।
मार्च 2014 में, मान संगरूर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने 211,721 मतों से जीत हासिल की।
वह आप पंजाब के संयोजक भी थे, लेकिन अरविंद केजरीवाल द्वारा ड्रग माफिया मामले में बिक्रम सिंह मजीठिया से बिना शर्त माफी मांगने के बाद इस्तीफा दे दिया।
2017 में, उन्होंने सुखबीर सिंह बादल और रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ जलालाबाद में चुनाव लड़ा। वह बादल से 18,500 मतों से चुनाव हार गए।
2019 में, उन्होंने भारत के आम चुनावों में संगरूर से 111,111 मतों से फिर से लोकसभा सीट जीती।
वह संसद के निचले सदन (लोकसभा) में आम आदमी पार्टी से केवल संसद सदस्य हैं।
18 जनवरी 2022 को, उन्हें 2022 पंजाब विधान सभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी से पंजाब के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में चुना गया था।
चयन जनता से मतदान द्वारा किया गया था और परिणाम पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा घोषित किए गए थे।
References
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