बिरजू महाराज :गायन, वादन और नृत्य कला के महारथी कथक सम्राट । कथक को एक नई पहचान दी थी।
बिरजू महाराज (Birju Maharaj) कथक सम्राट बिरजू महाराज की प्रतिष्ठा भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक अहम हस्ताक्षर व मील के पत्थर के रूप में दर्ज की जाएगी। महाराज का जन्म इलाहाबाद जिले के हंडिया में एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में, कथक प्रतिपादक, जगन्नाथ महाराज के घर में हुआ था, जिन्हें अच्छन के नाम से जाना जाता है। अच्छन महाराज शास्त्रीय नृत्य शैली कत्थक के प्रसिद्ध नर्तक थे। उनको 'अच्छन' इसीलिए कहा जाता था, क्योंकि वे बहुत अच्छे थे। इनका सम्बंध 'लखनऊ घराना' से था। अच्छन महाराज का वास्तविक नाम जगन्नाथ महाराज था, किन्तु वे अच्छन महाराज के नाम से अधिक जाने जाते थे । प्रसिद्ध कत्थक नर्तक बिरजू महाराज के ये पिता थे। अपनी भारी-भरकम कद-काठी के बावजूद भी अच्छन महाराज अपनी फुर्ती और गरिमा के लिए जाने जाते थे। उन्होंने न सिर्फ़ अपने छोटे भाई को कत्थक का प्रशिक्षण दिया, बल्कि पूरे भारत से उनके अनेक शिष्य थे। अच्छन महाराज शंभू महाराज के बड़े भाई थे। इन्हें कत्थक नृत्य की कला विरासत में मिली थी। लखनऊ घराने के महाराज, जिन्होंने रायगढ़ रियासत में दरबारी नर्तक के र